स्कूल असेंबली एंकरिंग स्क्रिप्ट

Morning Assembly Anchoring Script in Hindi

सुप्रभात! आज की प्रार्थना सभा कक्षा 12वीं 'ब' की ओर से आप सभी का आज की प्रार्थना सभा में स्वागत करते है। हमें हर सुबह सबसे पहले ईश्वर को धन्यवाद करना चाहिए कि ईश्वर ने हमें आज का यह दिन दिया है। इस दिन हम फिर से जिंदगी की एक नयी शुरआत कर पाएंगे तो आइए आज के दिन की शुरुआत ईश्वर की प्रार्थना से करें।

प्रतिज्ञा

संकल्प का अर्थ है- अटल रहना अपने कथन पर, अपने सिद्धांतों पर, न्याय पर, ओर अच्छाइयों के साथ दृढ़तापूर्वक खड़े रहना और अपने जीवन में अटल और दृढ़ निश्चय बने रहने के लिए हम प्रतिज्ञा करते है ओर इसी के साथ मैं प्रतिज्ञा के लिए आदित्य, को आमंत्रित करता

विचार

अगर दिन की शरुआत अच्छे विचारों से हो तो पूरा दिन अच्छा निकलता है, और एक विचार को प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है जितना कि एक पौधे को पानी की। अब मैं आज के सुविचार के लिए. आमंत्रित करता हूँ।

समाचार

समाचार हमे देश विदेश की घटनाओं से रूबरू करवाते है और हमारे ज्ञान का सतत और निरंतर विकास कराते है अतः आज के समाचार के लिए मैं............  आमंत्रित करता हूँ।

शब्द

ज्ञान हर व्यक्ति के जीवन का आधार है, इसी ज्ञान का प्रदर्शन हम शब्दों के माध्यम से करते है शब्दों का भण्डार जितना ज्यादा होगा उतना ही ज्यादा हम सुगमता से किसी भी भाषा पर अपनी पकड़ बना सकते है और अपनी वाणी की सार्थकता प्रकट कर सकते है अपने इसी ज्ञान में कुछ नए शब्दों को जोड़ने के लिए मैं. हूँ। आमंत्रित करता

विशेषकार्यक्रम

कभी महक की तरह हम गुलों से उड़ते हैं।
कभी धुएं की तरह पर्वतों से उड़ते हैं।
ये कैंचियाँ हमें उड़ने से खाक रोकेंगी 
की हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं।

ऐसे ही थे भारत रत्न, प्रखर मर्मज्ञ, संविधान प्रणेता माननीय बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी आज उन्हीं के बारे में और विस्तार से जानने के लिए आज के विशेष कार्यकम के लिए मैं को आमंत्रित करता हूँ।

अंत हथेली पर गुलाब खिला दें यूँ हमारी हस्ती ना थी हम कैसे शुक्रिया आभार उपकार कहें आपका अगर आप ना आते तो यूँ सुबहा महकती ना थी।

धन्यवाद | आपका दिन मंगलमय हो, इन्हीं सब शुभकामनाओ के साथ आज की प्राथना सभा यही समाप्त होती है।

(मैं बाबा साहेब के चित्र के समक्ष माल्यार्पण के लिये माननीय श्री प्राचार्य जी से अनुरोध करता हूँ।)

राष्ट्रगान

राष्ट्रगान एक ऐसा गान है जो देशभक्ति की भावना हर भारतीय में भर देता है। यह सिर्फ हमारी भावनों से नही जुड़ा है बल्कि हमारा गौरव और सम्मान का प्रतीक है। तो चलिए हम सब मिलकर न का प्रारंभ करते है।


FAQs 

1. प्रात: सभा क्या होती है और इसका क्या महत्व है?

प्रात: सभा विद्यालय में दिन की शुरुआत में होने वाली एक सामाजिक और धार्मिक गतिविधि होती है। इसका महत्व है क्योंकि इसमें विद्यालय के छात्रों को सामूहिक भावना, जागरूकता, और दिन की शुरुआत में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

2. प्रात: सभा कब होती है?

सबसे आमतौर पर, प्रात: सभा सुबह के समय, स्कूल के समय के शुरुआत में होती है, जो कि विद्यालय की नीतियों और विशेषताओं पर निर्भर कर सकता है।

3. प्रात: सभा किस प्रकार की होती है?

प्रात: सभा में छात्र एक साथ आकर्षित होते हैं और अध्यापक या विद्यालय प्राध्यापक द्वारा मनोबद्धता, विचार विनम्रता, और सुरक्षा के साथ विचार किए जाते हैं। यह ध्वनि, गीत गान, और उद्घाटन भाषण के साथ मनायी जा सकती है।

4. प्रात: सभा का उद्देश्य क्या होता है?

प्रात: सभा का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सामूहिक दिशा में देखने के लिए होता है, उनके मानसिक और नैतिक विकास को बढ़ावा देने के लिए होता है, और उन्हें दिन की शुरुआत में सकारात्मक रूप से जीने के लिए प्रेरित करने का अवसर प्रदान करने के लिए होता है।

5. प्रात: सभा में कौन-कौन से गतिविधियाँ होती हैं?

प्रात: सभा में आमतौर पर प्रार्थना, गीत-गान, उद्घाटन भाषण, नवाचार या समाचार दी जाती हैं। कई बार छात्र या शिक्षक भाषण देते हैं और शिक्षकों द्वारा समाचार और महत्वपूर्ण सूचनाएं भी साझा की जाती हैं।

6. प्रात: सभा में भाषण क्यों दिया जाता है?

भाषण से छात्रों को महत्वपूर्ण विचार और नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया जाता है, और वे सामाजिक और धार्मिक ज्ञान में वृद्धि करते हैं।

7. प्रात: सभा में शिक्षकों की भागीदारी क्यों महत्वपूर्ण है?

शिक्षकों की भागीदारी से छात्रों को उनके मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, और वे अधिक मानसिक और नैतिक समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षक सामूहिक धार्मिक और सामाजिक मूल्यों के प्रति भी छात्रों को प्रेरित कर सकते हैं।

8. प्रात: सभा के बिना शिक्षा कैसे पूरी हो सकती है?

प्रात: सभा विद्यालय में छात्रों को एक साथ आने का अवसर प्रदान करती है, जिससे उनकी एकता, सामूहिक भावना, और मानसिक सशक्तिकरण बढ़ता है। यह एक मनोबल का भी निर्माण करती है और छात्रों को दिन की शुरुआत में सकारात्मक रूप से जीने के लिए प्रेरित करती है।

9. प्रात: सभा के दौरान क्या सख्तियाँ और नियम होते हैं?

प्रात: सभा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थितता के लिए कई सख्तियाँ और नियम होते हैं, जैसे कि व्यक्तिगत और सामूहिक शिस्ताचार, सुरक्षित बैठक और उठने की प्रक्रिया, और अन्य स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधित नियम।

10. प्रात: सभा का महत्व केवल धार्मिक होता है, या यह शिक्षा में भी महत्वपूर्ण होता है?

- प्रात: सभा का महत्व न केवल धार्मिक होता है, बल्कि यह शिक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह छात्रों को जीवन में सामूहिक दिशा, नैतिक मूल्यों, और सामाजिक जागरूकता का महत्व समझाने में मदद करता है।

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